MSO ने की ऑनलाइन इंटरनेशनल मिलाद कांफ्रेस आयोजित

नई दिल्ली/कोलंबो/ढाका: भारत के सबसे बड़े सुन्नी-सूफी छात्र संगठन मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया और बांग्लादेश इस्लामी छात्र सेना ने शनिवार को ऑनलाइन इंटरनेशनल मिलाद कांफ्रेस का आयोजन किया। जिसमे भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, पाकिस्तान और मिस्र के उलेमाओं ने हिस्सा लिया।


जूम एप के जरिए श्रीलंका से मशहूर इस्लामिक स्कॉलर हाफ़िज़ एहसान इकबाल कादरी ने कांफ्रेस में शिरकत करते हुए अजमत ए रिसालत और शाने अंबिया पर खिताब किया। जिसमे उन्होने बताया कि हर नबी का मर्तबा आला और अफजल है। किसी नबी के मर्तबे को किसी दूसरे नहीं के मर्तबे से कम नहीं बताया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि हुजूर का मर्तबा सबसे आला और अफजल है। हुजूर के मर्तबे की बुलंदी का बयान करते हुए किसी दूसरे नबी के मर्तबे को कम नहीं आका जाना चाहिए।


बांग्लादेश से जुड़े अहले सुन्नत वल जमात के अध्यक्ष शेखुल हदीस अल्लामा काजी मोइनउद्दीन अशरफी ने शाने रिसालत पर कहा कि प्यारे आका की शान को अल्लाह ने खुद बुलंद किया है। ऐसे में मख़लूक़ की और से आका की शान में कोई हद नहीं लगाई जा सकती है। इसके साथ ही यह अहले सुन्नत वल जमात का बुनियादी अक़ीदा भी है। उन्होने कहा कि हुजूर की मुहब्बत ईमान भी है और दीन भी है। बिना आका की मुहब्बत के नौजवान ईमान का मजा ही नहीं चख सकते।


वहीं भारत से जुड़े सुन्नी दावते इस्लामी के राजस्थान के प्रमुख सय्यद मुहम्मद कादरी ने कहा कि कुछ लोग सिर्फ हुजूर की बात को मानते है और उनकी जात को नकारते है। वहीं कुछ लोग नबी ए पाक की जात को तो मानते है लेकिन उनकी बात पर अमल करते हुए नजर नहीं आते है और ये दोनों ही नुकसान में है। इसलिए कि मुहब्बत उस चीज का नाम है कि जो महबूब ने कह दिया उस पर हर कीमत पर अमल किया जाये। उन्होने कहा, हुजूर के हुक्म पर अमल किया जाना चाहिए। साथ ही उनकी जात से भी वाबस्ता रहना चाहिए। हुजूर से मुहब्बत सहाबा की तरह की जानी चाहिए।


इसके अलावा एमएसओ के अध्यक्ष शुजात अली कादरी ने नौजवानों को सलाफ़ी संगठनों से आगाह करते हुए कहा कि देश और दुनिया भर में इस्लाम का लुबाड़ा पहन कर कट्टरपंथी मुस्लिम युवाओं को बरगला रहे है। उन्होने बताया कि आज का युवा इंटरनेट पर भड़काऊ बयानों को सुनकर इस्लाम से भटक रहा है। उन्होने कहा कि मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया का लक्ष्य नौजवानों को सूफी मत से जोड़े रखना है।

इसके अलावा ICS के राष्ट्रिय अध्यक्ष सादत हसन मानिक और महासचिव इमरान हुसैन तुषार, जमीयत उलेमा ए पाकिस्तान के यूथ ओर्गेनाइजर मोहिउद्दीन नूरानी, मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया के महासचिव अशफाक़ असवी, राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर हबीब रहमान मुल्तानी आदि ने भी हिस्सा लिया।

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