देवास। मुस्लिम स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया की देवास यूनिट ने शहर की सुन्नी मरकज़ी मस्जिद कस्साबान में सूफ़ी बुज़ुर्ग मख़्दूम अशरफ़ जहांगीर सिमनानी का उर्स और यौमे तहफ़्फ़ुज़े ख़त्मे नबुव्वत मनाया जिसमे मौलाना इल्यास क़ादरी साहब ने ख़त्मे नबुव्वत के मस’अले पर रोशनी डाली.
एम.एस.ओ. कन्वेनर अमान रज़वी ने बताया कि पैग़म्बर मुहम्मद ख़ुदा की बनाई हुई हर मख़लूक़ के लिए रहमत बनकर इस दुनिया में तशरीफ़ लाये और मुसलमानों का यह अहम और बुनियादी अक़ीदा है कि पैग़म्बर मुहम्मद ख़ुदा के आखिरी नबी है, उनके बाद इस दुनिया मे कोई नबी नही आने वाला, जो ऐसा अक़ीदा रखे कि पैग़म्बर मुहम्मद के बाद कोई नबी आ सकता है, या क़ादियानी की तरह जिन मर्दुदों ने पिछले 1400 सालों में ख़ुद को ख़ुदा का नबी बताया वो सभी और उनके मानने वाले मूर्तद जहन्नम की आग के हकदार है.
रज़वी ने मुसलमानों को आगाह करते हुवे कहा कि ऐसे झूठों को मानने वाले और इनकी झूठी किताबों की तब्लीग करने वाले आज भी गली गली घूम रहे है, इनका हुलिया बिल्कुल मुसलमानों की तरह होता है और ये क़ुरआन और इस्लाम को मानने की बात भी करते है, इनसे अपने ईमान और अक़ीदों को बचा कर रखे ख़ास तौर पर सोशल मीडिया पर हर किसी की बात सुन कर उसे इस्लाम की तालीम समझ कर ना ख़ुद उस पर चलें ना दूसरों को दावत दें.
मुख्तसर बयान के बाद फ़ातिहा और दुआ हुई को-कन्वेनर इक़रार अशरफी ने तबर्रुक तक़सीम किया, प्रोग्राम में मस्जिद कमेटी, अता ए मुस्तफा कमेटी, पीर अब्दुल गनी कमेटी, जिलानी मिशन देवास और एम.एस.ओ. देवास यूनिट के मेम्बरान के साथ तमाम नमाज़ियों ने शिरकत की ।