उन्नाव। मोहम्मदी मस्जिद इस्लाम नगर भातुफार्म शुक्लागंज में MSO के बैनर तले तालीमी बेदारी कॉन्फ्रेंस का एहतिमाम किया गया।
वक्ताओ ने बताया कि एमएसओ का पैगाम ‘आधी रोटी खाएंगे, बच्चों को पढ़ाएंगे’ के नारे को लगाते हुए कहा कि देश का मुसलमान शिक्षा में काफी पिछड़ा हुआ है। जबकि इस्लाम में शिक्षा हासिल करने पर काफी जोर दिया गया है। उन्होने कहा कि कुरान का पहला शब्द है इकरा अर्थात पढ़। वहीं पैगंबर मुहम्मद (ﷺ) ने भी फरमाया कि अगर इल्म हासिल करने के लिए चीन भी जाना पड़े तो तो ज़रूर जाओ।
वक्ताओ ने कहा कि इस्लाम में शिक्षा हासिल करने को लेकर कोई भेदभाव नहीं है। इस्लाम में अमीर-गरीब, पसमांदा-अशराफ़, महिला-पुरुष, बच्चा-बूढ़ा सभी शिक्षा हासिल कर सकते है। इल्म का सफर मां की गोद से लेकर कब्र तक बताया गया है। इतना ही नहीं दीन का इल्म सीखना रात भर नवाफ़िल पढ़ने से भी अफजल है। बावजूद आज का मुसलमान शिक्षा के क्षेत्र में बेहद ही पिछड़ा हुआ है।