बारां: मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया के मीडिया प्रभारी आज़म पठान ने जानकरी देते हुये बताया कि विश्व उर्दू दिवस पर बारां शहर के शायर, रईस फैजी, अशफ़ाक सफदर,हिशामुद्दीन रजा, कदीर कमर,आदि उर्दू के कलमकारों को गुलपोशी कर सम्मानित किया।
इस दोरान संभाग संयोजक दिलशाद खान, जिलाध्यक्ष शाहिद इकबाल भाटी, नगर अध्यक्ष सलीस अहमद, डॉ वसीम शाह, फिरोज खान आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे, तथा साथ ही टीम मुस्लिम छात्र संगठन ने उर्दू का महत्व बताते हुए भाषा के प्रति लोगों को जागरूक किया। उन्होंने बताया कि ‘सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा गीत लिखने वाले डॉ. सर अल्लामा मुहम्मद इकबाल के जन्मदिवस के अवसर पर हर साल 9 नवंबर को पूरी दुनिया में विश्व उर्दू दिवस मनाया जाता है।
उन्होंने बताया कि उर्दू एक भाषा के साथ-साथ तहजीब (संस्कृति) है। उर्दू भाषा हमारी गंगा-जमुनी संस्कृति की पहचान है। हमें उर्दू के बढ़ावे के लिए इसका ज्यादा से ज्यादा दैनिक जीवन में उपयोग करना चाहिए। राष्ट्र प्रेम से ओत-प्रोत कौमी तराना ‘सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा, मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना, हिन्दी है हम वतन है हिंदोस्तां हमारा आदि रचनाएं भी उर्दू भाषा में स्वर्गीय अल्लामा इकबाल ने लिखी थी।
उर्दू भाषा दुनिया भर के 250 से अधिक देशों में बोली व समझी जाती है। उर्दू भाषा बहुत ही सरल व आसानी से भावार्थ के कारण अधिकतर भारतीय कानून में भी उर्दू भाषा का काफी चलन है। हमें चाहिए कि हम भी अपने दैनिक जीवन में उर्दू भाषा का चलन आम करें।