नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े छात्र संगठनों में से एक मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया (एमएसओ) ने ‘आजाद हिंद फौज में मुस्लिमों की भूमिका’ पर एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार में मुख्य वक्ता के रूप में इतिहासकार और लेखक अशोक कुमार पांडे और वरिष्ठ पत्रकार साकिब सलीम शामिल हुए। वेबिनार का संचालन एमएसओ चेयरमेन शुजाअत अली कादरी ने किया।
वेबिनार की शुरुआत करते हुए डॉ शुजात अली ने आजाद हिंद फौज में मुस्लिमों की भूमिका पर प्रकाश डालने के लिए
अशोक कुमार पांडे और साकिब सलीम को आमंत्रित किया। अशोक कुमार पांडे ने अपनी बात रखते हुए कहा की आजाद हिंद फौज में कोई हिंदू या मुसलमान नहीं था बल्कि सब हिंदुस्तानी थे। उन लोगों ने बात पर जोर दिया की आज का जो ये सांप्रदायिक माहौल है। वो जल्द ही गुजर जाएगा और फिर हम सब गंगा जमुनी तहजीब के साथ जिंदगी गुजारेंगे।
वहीं साकिब साहब ने अपनी बात की शुरुआत करते हुए हुए कहा की जो आज का मौजू है। उसकी कभी ज़रूरत ही नहीं होनी चाहिए थी। लेकिन देश के हालात ऐसे हैं। जहां पर हमे मुसलमानों की कुर्बानियों और अजमत के कार्यक्रमों को ऑर्गनाइज करना वक्त की अहम जरूरत बन गई।
सुभाष चंद्र बोस के साथी जनाब आबिदी साहब का ज़िक्र करते हुए उन्होने कहा की वो आज़ाद हिंद फौज में सुभाष बाबू के सबसे करीबी और अहम शख्स थे। इसके अलावा उन्होन जनाब इनायतुल्ला साहब, कर्नल शाहनवाज आर आजाद हिंद फौज में अहम पदों पर रहे तमाम मुस्लिम अधिकारी आर उनका साथ देने वाले लोगों का भी जिक्र किया। वेबिनार का समापन एमएसओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुदस्सिर अशरफी ने लोगों का शुक्रिया अदा कर किया।