नई दिल्ली: मुल्क का सबसे बड़े मुस्लिम छात्र संगठन एम० एस० ओ० ( मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन ऑफ इण्डिया) के बैनर तले एम० एस० ओ० कौशाम्बी यूनिट हर माह के आखिरी सनीचर को बज़्मे एहसानी नाम से नौजवानाने अहले सुन्नत की इस्लाह के लिए महफ़िल करती है ! इस बार यानी जुलाई माह की महफ़िल मंझनपुर के नया नगर जनाब नसीम अत्तारी साहब ( फर्नीचर वाले ) के घर पर 23 जुलाई सनीचर को हुई !
महफ़िल की शुरुआत मौलवी अमीर खुसरू एहसानी साहब ने अपने बेहतरीन अंदाज़ से किरात कर के किया, साथ ही हम्द के अशआर पढे और क़ारी रेहान साहब ने नात के अशआर पढ़ कर महफ़िल में समा बांध दिया साथ ही जिस तरह से हर महफ़िल में MSO और बज़्मे एहसानी का तआरुफ पेश किया जाता है, इस रस्म को कौशाम्बी यूनिट के सदर जनाब हसन एहसानी साहब ने अदा किया !
अल-बरकात अलीगढ़ से तशरीफ़ लाये हज़रत मौलाना बिलाल फानी मरकज़ी साहब ने वाज़ के शुरू में ही एम०एस०ओ० की ज़रूरत और अहमियत को बताया की वक्ते हाज़िर में हम लोगों को ज़मीनी काम करने की ज़रूरत है और अपने मौजू “इस्लाम और फ़लसफ़े कुर्बानी” पर बोलते हुए कहा कि कुर्बानी का अस्ल मक़सद जानवर ज़िबह करना नहीं है न ही उसका गोश्त खाना है बल्कि अल्लाह तआला ने क़ुरआने करीम में फ़रमाया है कि गोश्त और उसका खून अल्लाह की बारगाह में नहीं पहुँचता अस्ल चीज़ जो पहुचती है वो है तक़वा यानी कुर्बानी का अस्ल मक़सद तक़वा है, परहेज़ गारी है और तक़वे का मतलब है कि इन्सान शिर्क़ से बचे, एक अल्लाह की इबादत करे, गुनाहों को छोड़ दे नेकियों पर अमल करे और अपनी ख़्वाहिश अपनी पसंद को अल्लाह तआला के सामने क़ुर्बान करे अस्ल कुर्बानी ये होगी ! आगे वाज़ करते हुए हज़रत ने कहा कि “हर कामियाबी के लिए कुर्बानी देनी पड़ती है या यूं कहें कि हर कामियाबी कुर्बानी मांगती है !”
ख़िताब के बाद यूनिट के जनरल सेकेट्ररी मुसर्रत अली साहब ने ज़िक्र कराया और सलाम हुआ. फिर महफ़िल की सरपरस्ती कर रहें मौलाना नूर आलम साहब ने कौम को दीन पर अमल करने की और मुल्क के अमन व सलामती की दुआ मांगी ! दुआ के बाद यूनिट के सदर जनाब हसन एहसानी साहब ने सभी का शुक्रिया अदा किया और नौजवानाने अहलेसुन्नत से हर महफ़िल में शिरक़त की गुजारिश की, महफ़िल में नदीम खान, शमशेर क़ादरी, अक़ीब अमन, मोहम्मद रिज़वान,परवेज़, ज़ीशान, इस्लाम, आलम , समर आदि लोग मौजूद रहें !
इस महफ़िल की रिकॉर्डिंग STAR AGENCY के मालिक जनाब फ़रीद अज़हरी साहब ने की जिसे जल्द ही यूट्यूब पर मौजूद BAZM E EHSANI पर अपलोड कर दी जाएगी !!