नई दिल्ली
मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया की ओर से आज एक ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन मोहम्मद जीशान अशरफी ने किया। जबकि मौलाना मुस्तफा रजा ने ख़िताब करते हुए कहा कि अल्लाह तआला ने पैगंबर हज़रत मुहम्मद सलल्लाहु अलैहि वसल्लम के कामिल व अकमल बनाया यह विशेषता उनके गुणों, विचारों, शिक्षाओं, कार्यों और कर्मों में दीखता है। दुनिया में आप के तशरीफ़ लाने के बाद एक नया युग शुरू हुआ, आप ने ऐसे मार्गदर्शक सिद्धांत बनाये जिस से आज भी लोग फायदा हासिल कर रहे हैँ।
उन्होंने कहा कि हजरत मुहम्मद मुस्तफा सलल्लाहु अलैहि वसल्लम के जीवन का हर पहलू, कोना, हैसियत, बात चीत और अख़लाक़ उम्मत के लिए बेहतरीन जिंदगी क़रार दिया गया है। आपके जीवन के नक्शेकदम पर चलकर ही इंसान अपने जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि पैगंबर सलल्लाहु अलैहि वसल्लम ने समाज में शांति और न्याय स्थापित किया जब लोगों के अधिकारों का हनन हो रहा था। आपने अपने उपदेश में कहा है कि अधिकार तय करने में किसी के साथ ज़्यादती नहीं करनी चाहिए। आपने महिलाओं, गुलामों, व्यापारियों, गैर-मुसलमानों, रिश्तेदारों , यहां तक कि दुनिया में कोई भी ऐसा नहीं है जिसके आपने अधिकार तय न किये हों ।
मौलाना ने कहा कि पैगंबर सलल्लाहु अलैहि वसल्लम ने दुनिया को सार्वभौमिक न्याय के अद्भुत दर्शन दिखाए हैँ , उन्होंने बचपन से ही न्याय की वह स्वाभाविक भावना दिखाई, जिसे कभी भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, कि जब वह अभी बचपने में थे और अपनी दूध पिलाने वाली मां हजरत हलीमा सादिया का दूध पी रहे थे। उस समय आप के भाई भी मां का दूध पी रहे थे।तो आप अपने भाई के हिस्से का दूध छोड़ दिया करते थे.
आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम दुनिया के सामने एक न्याय करने वाले अज़ीम इंसान की शक्ल में सामने आए, और आप की तालीमत की वजह से इस्लामी दुनिया इंसाफ का गढ़ बन गई।