लखनऊ: मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया (एमएसओ) की इंटीग्रल यूनिवर्सिटी लखनऊ यूनिट के द्वारा रविवार को यूनिवर्सिटी के अल-फलाह बॉयज हॉस्टल में सीरत ए मुस्तफा कांफ्रेंस का आयोजन किया गया।
कांफ्रेस की शुरुआत हाफ़िज़ सरफ़राज़ अहमद कादरी साहब की क़िरअत, मोहम्मद तौसीफ़ रज़ा कादरी रज़वी साहब और अज़हर महमूद सिद्दीकी साहब की नात से हुई।
इस दौरान मुफ्ती जनाब जुनैद आलम मिस्बाही साहब ने पैगंबर ए इस्लाम की जीवनी बयान की। वहीं बहराइच से आए डॉ सरवर कादरी ने संगठन के कार्यों से लोगों को अवगत कराया। साथ ही दीन, मुल्क और मिल्लत की फलां के लिए संगठन से जुडने की भी गुजारिश की।
इसके अलावा प्रोफेसर जनाब शकीबुल हक साहब ने तौबा के मजमून पर तकरीरी कर युवाओ से बुरे कामों को छोड़ अल्लाह की और लौटने को कहा। साथ ही दिलों को रसूललाह की मोहब्बत से भरने को कहा। कार्यक्रम में आए मेहमानो का स्वागत नेशनल सेक्रेटरी जीशान अहमद करीमी ने किया।
कार्यक्रम का समापन शेख मोहम्मद मुजम्मिल की सलात-ओ-सलाम और मौलाना खलील अहमद साहब (इमाम-गुदंबा मस्जिद) की दुआ से हुआ।